खेमका को मिला प्रमोशन
हरियाणा में सबसे ज्यादा ट्रांसफर हुए आईएएस अफसर अशोक खेमका का प्रमोशन किया गया है। उन्हें प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनाया जा रहा है। राज्य की कांग्रेस सरकार में रॉबर्ट वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील उजागर करने के बाद खेमका चर्चा में आए थे। डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी ने 6 और अफसरों को प्रमोशन देकर पीएस बनाया है।प्रमोशन के बाद खेमका ने क्या किया ट्वीट...उन्होंने सबको न्यू ईयर विश करते हुए कहा कि बतौर पीएस नई पोस्टिंग का इंतजार कर रहा हूं। इससे पहले जब बीजेपी सरकार में भी कुछ महीने पहले खेमका का ट्रांसफर हुआ था तो उन्होंने ट्वीट कर अपना दर्द बयां किया था।23 साल में कितनी बार हो चुका है खेमका का ट्रांसफर? खेमका का नाम देश में सबसे ज्यादा ट्रांसफर होने वाले आईएएस अधिकारी के तौर पर जाना जाता है। खेमका का 45 वां ट्रांसफर इस साल अप्रैल में हुआ जब उन्हें ट्रांसपोर्ट कमिश्नर से हटाकर आर्कियोलॉजी और म्यूज़ियम डिपार्टमेंट में भेज दिया गया। कांग्रेस सरकार ने भी खेमका को इसी डिपार्टमेंट में ट्रांसफर किया था।क्या था मामला ? खेमका ने कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की जमीन के सौदे को रद्द कर दिया था। रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्कायलाइट हॉस्पिटेलिटी ने गुड़गांव में 3.5 एकड़ जमीन को 58 करोड़ रुपए में रियल स्टेट कंपनी डीएलएफ को बेचा था। जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की कांग्रेस सरकार ने खेमका पर पॉवर का मिसयूज करने का आरोप लगाया था।
कैसे चर्चा में आए थे वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील को उजागर करने वाले खेमका पर पॉवर का मिसयूज करने के आरोप थे। हरियाणा में पिछली कांग्रेस सरकार ने खेमका के खिलाफ इस मामले में चार्ज-शीट दायर की थी।बीजेपी की खट्टर सरकार ने इस चार्ज शीट को रद्द कर उनपर लगे सारे आरोपों को हटा दिए थे। खेमका पर आरोप था कि अक्टूबर 2012 में आईजी रजिस्ट्रेशन के पद पर तैनाती के समय उन्होंने पोस्ट का बेजां इस्तेमाल करते हुए वाड्रा-डीएलएफ डील का म्यूटेशन रद्द कर दिया था।
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