धूल और प्रदूषण से पौधे लगाना जरूरी
गुडग़ांव को धूल और प्रदूषण से बचाने के लिए पौधे लगाने जरूरी हैं। यही संदेश देने के लिए ग्रीन राहगीरी शुरू की गई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त टी एल सत्यप्रकाश ने आज स्पष्ट किया कि ग्रीन राहगिरी नगर निगम या प्रशासन का कार्यक्रम नही है बल्कि यह पूरे समुदाय अर्थात् कम्युनिटी का कार्यक्रम है जिसे सभी को मिलकर चलाना है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन हो रहा है और ऐसे में गुडग़ांव को धूल व प्रदूषण से बचाने के लिए कम से कम पांच लाख पौधे लगाने जरूरी है। उन्होंने आम जनता तथा कारपोरेट जगत से अपील की है कि वे शहर में पौधे लगाने में सहयोग दें। साथ ही उपायुक्त ने कहा कि इस कार्य में पूरे समाज को योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि ग्रीन राहगिरी का मकसद भी यही है कि लोगों में पौधे लगाने और उनका सरंक्षण करने के प्रति चेतना पैदा की जाए। उन्होंने कहा कि हम केवल इसी बात से संतोष नही कर सकते कि गुडग़ांव में दिगी की अपेक्षा प्रदूषण का स्तर कम है। उन्होंने कहा कि गुडग़ांव दिल्ली का सैंट्रल बिजनेस स्टेशन है और यहां रहने वाले सभी लोगों का यह प्रयास होना चाहिए कि गुडग़ांव का यही रूतबा बना रहे। इसके लिए शहर में ज्यादा ग्रीनरी तथा ज्यादा पेड़ लगाने आवश्यक है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह कहा जा सकता है कि गुडग़ांव को ग्रीन गुडग़ांव बनाने की मुहिम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे से शुरू हुई थी और इसका कुछ श्रेय मार्च मे होने वाली हैपनिंग हरियाणा ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट को भी दिया जा सकता है लेकिन धूल व वायु प्रदूषण को रोकने के लिए स्थाई प्रबंध करने जरूरी है जोकि पेड़ लगाने से ही संभव है। उन्होंने बताया कि रविवार को सैक्टर-45 के निकट भगवान महावीर मार्ग पर ग्रीन राहगिरी का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें डूपोंट कंपनी ने सहयोग दिया। इसी प्रकार, आने वाले रविवार को जैनपैक्ट के सहयोग से उस कंपनी के सामने वाली सडक़ पर ग्रीन राहगिरी का कार्यक्र म किया जाएगा और उससे अगले रविवार को कोक कंपनी के सहयोग से एमजी रोड़ पर यह कार्यक्रम चलाया जाएगा।
|