जानें, डीजीपी ने क्यों कहा- पुलिस व रोडवेज बसों से लगता है बहुत डर
हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू ने कहा कि उन्हें सड़क पर साइकिल चलाने में बहुत डर लगता है। उन्होंने कहा, साइकिल चलाते वक्त मेरी आत्मा कांपती है। सड़क पर चलते हुए मुझे सबसे ज्यादा पुलिस और हरियाणा रोडवेज की बसों के ड्राइवर से डर लगता है। पता नहीं ये कब किसे ठोंक दें। वह यहां एक कार्यक्रम में शामिल हाेने आए थे। इस दौरान राेहतक पुलिस द्वारा साइकिलिंग प्रतियोगिता काका आयोजन किया गया था। इस मौके पर रोहतक पुलिस की ओर से डीजीपी को एक साइकिल भेंट की गई। डीजीपी ने कहा कि रोहतक पुलिस ने उन्हें साइकिल भेंट की है, लेकिन उन्हें सड़क पर साइकिल चलाने में आत्मा कांप जाती है। सबसे ज्यादा डर पुलिस और रोडवेज बस के चालकों से लगता है। ये कहां और कब ठोक दें पता नहीं। आजकल के नौजवान भी नशा करके बाइक चलाते हैं। इसलिए सड़क पर चलते हुए बहुत डर लगता है। हुआ यूं कि एसपी पंकज नैन और रोहतक पुलिस की ओर से साइक्लॉथन आयोजित की गई थी। इस साइक्लॉथन के समापन समारोह के दौरान रोहतक पुलिस की ओर से डीजीपी को एक साइकिल भेंट की गई थी। इसके बाद वह मित्र-कक्ष के उद्घाटन के दौरान उन्होंने पुलिस कर्मियों से अपने मन की बात कही। मित्र- कक्ष के बारे में उन्होंने कहा कि वह डॉक्टर तो नहीं हैं कि एक इंजेक्शन लगा दें और तुरंत आराम मिल जाए। लेकिन, मित्र कक्ष के माध्यम से लोगों की समस्याओं को सुना जाएगा और उनका अतिशीघ्र ही समाधान किया जाएगा। आम आदमी के लिए भी पुलिस रहे तैनात डीजीपी ने बताया कि जब वह शुक्रवार की रात को रोहतक शहर में आ रहे थे तो हर नाके और चौक पर पुलिस कर्मी तैनात थे और यातायात पुलिस कर्मी अपनी ड्यूटी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि ये मेरे लिए था, लेकिन अच्छा होगा कि हमेशा ऐसा ही हो। आम आदमी की सेवा में भी पुलिस कर्मी प्रतिदिन ऐसे ही तैयार होकर उनकी सेवा में लगें। अपनी बातों में ही पुलिस कर्मियों की कार्यप्रणाली के यथार्थ का वर्णन करते हुए उन्होंने समस्याओं को बताया और उसका समाधान भी सुझाए।
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