रविवार को जहां मामले को लेकर गांव में पंचायत बुला कमेटी बना सीबीआई जांच की मांग की गई थी।
- गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि सोनू भी मामले में कहीं न कहीं शामिल होगा। पुलिस उसे बचाने का प्रयास कर रही है।
- वहीं सोमवार को मृतक बच्चों के मामा, गांव के सरपंच, सर्वखाप महिला विंग की स्टेट चीफ डॉ. संतोष दहिया के साथ सैकड़ों लोग के साथ एसपी से मिलने पहुंचे।
- एसपी अभिषेक गर्ग को गांव के लोगों ने मामले में पुलिस की अभी तक की जांच में असंतोष जताया।साथ ही कुरुक्षेत्र सीआईए वन में तैनात एक पुलिसकर्मी की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाए। एसपी ऑफिस पहुंचे गांव वाले और परिचितों ने कहा पुलिस की अभी तक की जांच से पूरा गांव इत्तेफाक नहीं रखता।
साथ ही कुरुक्षेत्र सीआईए वन में तैनात एक पुलिसकर्मी की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाए।
- गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि सोनू भी मामले में कहीं न कहीं शामिल होगा। पुलिस उसे बचाने का प्रयास कर रही है।
बच्चों के मामा ने कहा जीजा देता था बहन को तलाक की धमकियां
- मृतक बच्चों के मामा मनोज कुमार ने कहा ऐसी कैसी जांच पुलिस ने की है। इसमें मृतक बच्चों की मां सुमन तक को पुलिस ने शामिल नहीं किया।
- मनोज ने कहा कि सुमन ने बताया है कि सोनू के हिमाचल की किसी महिला से संबंध है। अक्सर उस महिला का नाम लेकर सोनू तलाक देने की धमकियां देता था। इसके बावजूद सुमन से पुलिस ने पूछताछ तक नहीं की।
सही जांच हो तो प्रद्युम्न मर्डर की तरह होंगे खुलासे
- डॉ. संतोष दहिया ने कहा कि यह मामला भी गुरु ग्राम के प्रद्युम्न मर्डर मिस्ट्री से भी बड़ा कांड है।
- उन्होंने कहा कि जिस तरह हरियाणा पुलिस ने उसमें झूठी कहानी बनाकर कंडक्टर को फंसा दिया था। जबकि सीबीआई जांच में असली आरोपी को और निकला।इस मामले में भी अगर सीबीआई जांच हो तो सोनू का हाथ मर्डर मामले में जरूर मिलेगा।
- गांव वालों ने कहा कि जगदीप अकेला इतनी बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दे सकता। लिहाजा मामले की जांच को पुलिस ने सही दिशा में नहीं बढ़ाया तो सीबीआई जांच को लेकर जो कदम उठाने होंगे वे गांववाले व रिश्तेदार उठाएंगे। मामले का पूरा सच सामने आना चाहिए।
- बच्चों के मामा ने बताया कि सोनू के हिमाचल की किसी महिला के साथ अवैध संबंध हैं। वह पत्नी सुमन से छुटकारा पाकर उससे शादी करना चाहता था।
- इसीलिए सोनू ने उसके साथ मिलकर प्लान बनाया कि वह उसके तीनों बच्चों की हत्या कर दे, ताकि वह सुमन पर लापरवाही का आरोप लगा कर उसे छोड़ दे।
क्या है मामला
- सुमन के तीनों बच्चे 19 नवंबर को घर से लापता हो गए थे। पुलिस ने इस बारे में उनके पिता और चाचा से पूछताछ की। शक के आधार पर चाचा जगदीप गिरफ्तार किया गया।
- पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि तीनों बच्चों की बॉडीज जंगल में फेंकी गई हैं। पुलिस ने इन्हें बरामद किया।
- जिन बच्चों की हत्या की गई उनकी उम्र 4 से 11 साल के बीच है। इनमें समीर (11), सिमरन (8) और समर (4) शामिल हैं।
- 19 नवंबर को तीनों बच्चे दोपहर में लापता हो गए। घर वालों ने सोचा कि वो कहीं पड़ोस में खेलने गए होंगे। लेकिन, जब शाम तक नहीं लौटे तो उनकी तलाश शुरू की गई।
- बाद में पुलिस ने दोनों आरोपी जगदीप से पूछताछ की और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया।
ऐसा रोष-की थाने में लेने तक कोई नहीं गया
- सारसा के सरपंच कर्मबीर ने बताया कि इस जघन्य अपराध से पूरे गांव व आसपास के गांव में इस कदर रोष है कि उनके पास पुलिस का फोन आया था कि कुछ मौजिज लोग आकर सोनू को थाने से ले जाएं, लेकिन गांव का एक भी व्यक्ति उसे लेने नहीं गया।
- उन्होंने कहा कि गांववालों के दबाव में ही पुलिस सोनू का पॉलीग्राफ टेस्ट करने को तैयार हुई है।
- वहीं जांच टीम में शामिल फॉरेस्ट इंचार्ज सतीश कुमार व सीआईए टू प्रभारी दीपेंद्र सिंह का कहना है कि सोनू को शामिल तफ्तीश किया गया है। पूछताछ के लिए उसे बुलाया गया था, उसे हिरासत में नहीं लिया गया।