गंदगी की फोटो खींचकर भेजें : उपायुक्त
गंदगी की फोटो खींचकर भेजें : उपायुक्त गुरुग्राम सतबीर भारद्वाज (पंजाब केसरी) : गुरुग्राम के उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान स्वच्छ मैप मोबाइल एप के द्वारा सिटीजन फीडबैक लिया जाएगा। जिला के नगर निगम , नगर परिषद् व नगरपालिका क्षेत्रों को साफ-सुथरा बनाने के लिए स्वच्छ मैप से जोड़ दिया गया है। चुंकि गुरुग्राम जिला के शहरी क्षेत्रों में आबादी बहुत है और यहां के लोग आईटी यूजर भी अधिक हैं इसलिए अपेक्षा की जाती है कि लोग इस स्वच्छ मैप को डाऊनलोड करके ना केवल गंदगी की फोटो खींचकर भेजेंगे बल्कि अपने क्षेत्र को स्वच्छ बनाने में भी योगदान देंगे। उपायुक्त ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि वे इस मोबाइल एप को अधिक से अधिक डाऊनलोड करें और शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने में अपना योगदान दें। जो फोटो आप इस एप पर डालेंगे वह स्वत: संबंधित अधिकारी के पास चली जाएगी और उसके बाद सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रो में लोगों के एक क्लिक से नगर निगम, नगर परिषद् व नगरपालिका के अधिकारियों को उनके अधिकार क्षेत्र में लगे कचरे के ढेरों के बारे में आसानी से सूचना मिल पाएगी। यह एप ऐंड्रॉड मोबाइल फ़ोन के गूगल प्ले स्टोर या ऐपल में ऐपस्टोर पर ‘स्वच्छ मैप’ के नाम से उपलब्ध है। स्वच्छ मैप मोबाइल एप की खास बात यह है कि इस मोबाइल एप पर शिकायतकर्ता अपना फीडबैक भी दे सकता है जिसके आधार पर स्वच्छता सर्वेक्षण में जिला की रैंकिंग की जाएगी। इस मोबाइल एप में शिकायकर्ता को शिकायत का समाधान होने के बाद दो विकल्प मिलेंगे जिसमें से एक ‘संतुष्ट’ तथा दूसरा ‘संतुष्ट नही’ का है। इस प्रकार, शिकायतकर्ता के फीडबैक को स्वच्छता सर्वेक्षण-2018 में महत्व दिया जाएगा और अन्य बिंदुओं के अलावा सर्वेक्षण में फीडबैक के भी स्कोर होंगे। इस लिहाज से अपने शहर को स्वच्छ बनाने में आम जनता की बहुत बड़ी भूमिका है और उनके फीडबैक से भी शहर को अंक प्राप्त होंगे। उपायुक्त ने बताया कि स्वच्छ मैप मोबाइल एप पर फोटो डालना बहुत ही सरल प्रक्रिया है जिसका कोई भी व्यक्ति आसानी से इस्तेमाल कर सकता है। फोटो अपलोड होने के बाद कचरे की लोकेशन अपने आप ही दिखाई देगी। यह फोटो सम्बंधित वार्ड के सुपरवाईज़र तक पहुँच जाएगी । इसके बाद सुपरवाइज़र की जिम्मेदारी तय की जाएगी कि वो उस जगह की सफ़ाई तय समय में करवाना सुनिश्चित करे। अगर निर्धारित समय सीमा के अंदर सफ़ाई नहीं हुई तो सैनिटेरी इन्स्पेक्टर और नगर निगम के कमीश्नर के अलावा मुख्यमंत्री कार्यालय तक इसकी रिपोर्ट जाएगी। साफ सफाई से मिलेगा बीमारियों से छुटकाराउपायुक्त ने आम जन से अपील करते हुए कहा कि वे इस मोबाइल एप का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें और अपने घरों के आस-पास कूड़े-क चरे की सूचना इस पर अपलोड करें ताकि शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि जिला को साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी जितनी जिला प्रशासन की है उतनी ही शहर के हर व्यक्ति की भी है। इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि लोगों के घर के आस-पास साफ-सफाई रहेगी और इस कचरे से होने वाली बीमारियों से छुटकारा मिलेगा।
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