तीसरे दिन भी सरकार पर बरसे आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स यूनियन
तीसरे दिन भी सरकार पर बरसे आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स यूनियन-6 मार्च को होगा रोहतक में महासम्मेलन।-आंगनबाड़ी कर्मी बड़ी संख्या में लघु सचिवालय पहुंची।-आंगनबाड़ी कर्मी लम्बे समय से कर रही है,आंंदोलन अभी तक नही मिला है समाधान -होलीका दहन की जगह सरकार की होली जलेगी।-22 फ रवरी को राज्य भर की आशा कर्मी भी आंगनबाड़ी के समर्थन में एकजुटता प्रकट करने के लिए प्रदर्शन कर जिला मुख्यालय पर धरना देंगी।गुरुग्राम सतबीर भारद्वाज (पंजाब केसरी) :सीटू के नेतृत्व में आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स यूनियन ने अपनी मांगों के लिए राज्यव्यापी हड़ताल के तीसरे दिन भी आंगनबाड़ी कर्मी बड़ी संख्या में लघु सचिवालय पहुंची। आज की हड़ताल की संयुक्त अध्यक्षता गुरूग्राम के छ ब्लॉकों की प्रधान सुलोचना, कृष्णा, शारदा, सरोज, मनोज व संतोश ने की तथा संचालन राज्य व जिला की सचिव सरस्वती व बबीता ने किया। सी आई टी यू के राज्य अध्यक्ष कामरेड सतवीर सिंह जिला सचिव राजेन्द्र सरोहा, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माक्र्सवादी के जोनल सचिव मेजर शंकर प्रजापति, सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव संजय सैनी, पूर्व जिला प्रधान व रोडवेज यूनियन के राज्य संयुक्त सचिव ओमवीर शर्मा, हरियाणा पावर कार्पोरेशन फ ारुखनगर के वीरेंद्र सिंह, ए आई टी यू सी के जिला महासचिव कामरेड अनिल पवार, रिटायर्ड कर्मचारी संघ के महासचिव राजेन्द्र अहलावत, जनवादी महिला समिति की ओमवती, नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रधान व सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के वरिष्ठ उप प्रधान नरेश शास्त्री, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव कामरेड मुरली कुमार, हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संघ के दयानन्द यादव आदि ने यूनियन की मांगों का समर्थन करते हुये सरकार की मजदूर किसान, महिला विरोधी मानसिकता की कड़े शब्दों में निंदा की तथा कहा की सरकार तानाशाही रवैया छोड़ आंगनवाड़ी कर्मियों की मांगों को पूरा करे। 43 वर्ष ये ज्यादा हो कार्यरत वर्कर्स व हैल्पर्स को कर्मचारी का दर्जा दे।वक्ताओं ने अपनी बात रखते हुये कहा कि आई सी डी एस को शुरू हुए 43 वर्ष से ज्यादा हो इसमें कार्यरत वर्कर्स व हैल्पर्स को कर्मचारी का दर्जा तो दूर। अब तक इन्हें मजदूर तक नहीं माना गया है। हरियाणा भर में लगभग 51 हजार वर्कर्स व हैल्पर्स इसके अन्तर्गत काम कर रहीं हैं। जिस समय नियुक्ति की गई, तो छह सेवाएं व पांच उद्देश्य का कार्यभार सौंपा था। लेकिन आज वर्कर्स व हैल्पर्स से तरह-तरह की बेगार करवाई जा रही है। इतनी मेहनत व इतनी लंबी सेवा के बावजूद आज आंगनबाड़ी वर्कर को मात्र 8140 तथा हैल्पर को मात्र 3820 रूपये ही दिये जा रहे हैं। 40 40 साल सेवा देने के बावजूद इतनी कम मानदेय और रिटायरमैंट के समय एक रूपयें तक का कोई लाभ नहीं है। केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकारें मेहनत की भारी लूट कर रही है। जो मेहनतकश अवाम को स्वीकार नहीं है! आंगनबाड़ी कर्मियों को न्यूनतम वेतन दिया जाए, जो किसी भी रूप में 18000 रूपये से कम नहीं होना चाहिए। केंद्र व हरियाणा की भाजपा सरकार वर्कर्स व हैल्पर्स विरोधी फैसले ले रही है। आंगनबाड़ी कर्मी लंबे समय से राज्य में अपनी मांगों को लेकर आन्दोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार इनकी मांगों का कोई समाधान नहीं कर रही है। आंगनबाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स के मानदेय में मामूली 640 रूपये हैल्पर के केवल 70 रूपये की बढ़ोतरी कर सरकार वाहवाही लूटना चाहती है। यह महिलाओं के साथ धोखधड़ी व मजाक है। होलीका दहन की जगह सरकार की होली जलेगी।कर्मियो के हड़ताल पर जाने के बाद सरकार ने आनन फ ानन में 20 फ रवरी को संबन्धित अधिकारियों की बैठक कर कुछ फैसले लिए गए है। जो ऊंट के मुंह में जीरे वाली कहावत को चरितार्थ करते हैं। आज हड़ताली कर्मियों ने साफ कह दिया है, की उनकी मांगों पर यूनियन के साथ सरकार बात करे तथा मांगों का सर्व मान्य हल निकाले अन्यथा आंगनबाड़ी कर्मी इस बार होलीका दहन की जगह हरियाणा सरकार की होली जलाएंगे। बैंक खाते को जन-धन खाते के साथ जोड़ा जाएपिछले दिनों केन्द्र सरकार की महिला बाल विकास मंत्री का एक ब्यान आया था जिसमें आई सी डी एस में डायरैक्ट कैश ट्रांसफ र व 3 वर्ष के लाभार्थियों को पोस्ट आफि स द्वारा डिब्बा बंद खाना देने की बात की गई है। यह सीधा-सीधा इन कर्मियों के रोजगार पर हमला है। सभी कर्मियों ने एक स्वर में कहा कि अपने आन्दोलन को तेज करते हुए रोजगार को बचाना ही हमारी प्राथमिक मांग है। इसके साथ.साथ लाभभार्थियों के पोषाहार पर भी हमला है। क्योंकि लाभार्थी के बैंक खाते को जन-धन खाते के साथ जोड़ा जाएगा और शर्त होगी की उस खाते में चाहें बिमार, शादी, स्कूल, कालेज दाखिले की कोई भी राशी 50 हजार से ऊपर है, तो लाभभार्थी को कैश ट्रांसफ र का लाभ नहीं दिया जाएगा। दूसरी और 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए आंगनवाडी के स्थान पर नर्सरी स्कूल खोले जा रहें है। साफ तौर पर कहा जा सकता है कि यह आई सी डी एस को समाप्त करने व इसे कमजोर करने का ही तरीका है। भाजपा सरकार द्वारा बहुराष्ट्रीय कंम्पनियों को गोद देना व पोषाहार में कारपोरेट कंम्पनियों व ठेकेदारों को शाामिल करनाए प्री स्कूल में निजी कंम्पनियों को लाना आदि इन्हीं कदमों की सूची है। इसलिए यूनियन की राज्य कमेटी ने बैठक कर इस बेमियादी हड़ताल की घोषणा की है। जिला सचिव सरस्वती ने यूनियन कि मांगे रखते हुये बताया कि आंगनबाड़ी वर्कर्स को तीसरे एवं हैल्पर्स को चैथे दर्जे का सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। तब तक न्यूनतम वेतन 18000 रूपये दिया जाए। मानदेय का भुगतान नियमित हो। आगंनबाड़ी केन्द्र का किराया नियमित रूप से किया जाए।14 जून 2017 को विभाग की निदेशिका द्वारा वर्कर्स एवं हैल्पर्स के धरने प्रदर्शन में हिस्सा लेने पर रोक लगाने के पत्र को तुरंत निरस्त किया जाए। शहरो में आंगनबाड़ी केन्द्र का किराया 6000 व गांवो में 3000 मासिक हो व नियिमत रूप से किया जाए। गर्मी सर्दीयों की छुट्टियां सरकारी स्कूलो के अनुसार की जाए। राशन की सप्लाई मीनू के हिसाब से व पूरे तौल के अनुसार दी जाए। आंगनबाड़ी केन्द्रों में खाना मदर ग्रुप द्वारा ही बनवाया जाए व मेहनताने में वृद्धि की जाए। आंगनबाड़ी केन्द्रों में सरकार द्वारा हाजिरी सुनिश्चित करवाई जाए। हैल्पर से वर्कर व हैल्पर से सुपरवाईजर पदोन्नति की जाए। हैल्पर की वर्दी का रंग बदला जाए। निजीकरण पर रोक लगे व विभाग के लिए प्रयाप्त बजट का प्रावधान किया जाए।। आई सी डी एस में डिब्बा बंद भोजन व प्रत्यक्ष सशर्त कैश ट्रान्सफ र को लागू करने के कदम पर तुरन्त रोक लगाई जाए। आई सी डी एस का किसी भी प्रकार से निजीकरण ना किया जाए। 45वें सम्मेलन की सिफ ारिश अनुसार वर्कर्स को न्यूनतम वेतन व सामामजिक सुरक्षा प्रदान की जाए। 22 फरवरी को आशाकमी आंगनबाड़ी के समर्थन में एकजुटता प्रकट करने के लिएए प्रदर्शन कर जिला मुख्यालय पर धरना देंगी। भाजपा सरकार के खिलाफ अपने हकों को पाने तक बड़े व निरंतर संघर्ष की शुरूआत करेंगी। छ मार्च को रोहतक में वर्कर्स व हैल्पर्स का राज्य स्तरीय महासम्मेलन होगा। नगरपालिका कर्मचारी संघ के साथी भी अपनी मांगों का ज्ञापन सरकार को देने लघु सचिवालय पहुंचे। जहां उन्होने हड़ताल पर बैठी आंगनबाड़ी कर्मियों की मांगों का समर्थन किया तथा भविष्य में एकजुटता बनाए रखने का संकल्प लिया। कल अर्थात 22 फ रवरी को राज्य भर की आशा कर्मी भी आंगनबाड़ी के समर्थन में एकजुटता प्रकट करने के लिए प्रदर्शन कर जिला मुख्यालय पर धरना देंगी तथा आशा यूनियन के साथ पहली फ रवरी को हुये समझौते का लिखित पत्र की मांग करेंगी। 6 मार्च को रोहतक में वर्कर्स व हैल्पर्स का राज्य स्तरीय महासम्मेलन किया जाएगा। जिसमें आगामी बड़े आन्देालन का ऐलान होगा। आन्दोलन का यह एलान राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ व अपने हकों को पाने तक बड़े व निरंतर संघर्ष की शुरूआत होगी। आन्दोलन ऐसा जो पूरी तैयारी के साथ होगा व जीत के बाद ही वापस होगा। नोट : खबर के साथ 21एसएटीबी4 फोटो भी है।फोटो कैप्शन: तीसरे दिन भी आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स यूनियन ने हड़ताल जारी रखी।छाया : सतबीर भारद्वाज
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